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Made in Uttarakhand || pankaj devbhoomi || उत्तराखंड में बना सामान

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via https://youtu.be/sD4kfFo35Lw

Dhol Damau || उत्तराखंड डोल दमऊ || Folk instruments of Uttarakhand || उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्र

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via https://youtu.be/Wffeu6zuXVw

Made In Devbhoomi Uttarakhand

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via https://youtu.be/6k6VyUOflmc

MADE IN UTTARAKHAND|| #devbhoomipankaj

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via https://youtu.be/4iHG9-U5klo

मेहनत करके खाना यहां के लोगों के DNA में हैं || uttarakhand village life part4 || उत्तराखंड के गांव

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via https://youtu.be/j5BYukTTamA

Uttarakhand village tour || घेटी भिलकोट बागेश्वर || 263635 post pin || gheti village in India ||

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via https://youtu.be/8Oxk4l1JiwM Hello friends, in this video of today we are watching.  Gheti village in B agesh war district of Uttarakhand India where we have to reach!   Today's journey is the journey from Chhatiya village to Ghati, along with Bhilkot,  Bhilkot also has a post office with pin code 263635,  Where the village names at a few steps  Water changes at the turn of every mountain ... that is Devbhoomi Uttarakhand,  Jai Dev Bhoomi Jai Uttarakhand Jai Hind By  Pank tewari 

उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्र || दमु नागोड़ ,मसकबीन || musical instruments of Uttarakhand ||

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via https://youtu.be/feY-bsAM11w                   नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम बात कर रहे हैं। उत्तराखंड की कुछ संसाधनों के बारे में उत्तराखंड के लोक वाद्य यंत्रों के बारे में,  उत्तराखंड के केई  वाद्य यंत्र धीरे-धीरे लुप्त होने की कगार पर है। पहले यह वाद्ययंत्र हमारे घरों में कोई भी शुभ कार्य होता था तो बजाए जाते थे जिसमे दमु, नागर, ढो( ढोल ) और मसकबीन के बारे में मैंने आज की  पोस्ट में आप लोगों को बता रहा हूं, कि मसकबीन और दमु, नागर वह हमारे लोक वाद्य यंत्र थे और ऐसे ही कई और वाद्य यंत्र भी हैं। उनके बारे में मैं आपको नेक्स्ट पोस्ट में बताऊंगा,     musical instruments of Uttarakhand                                                 उत्तराखंड के वाद्य यंत्रों की एक बात बहुत विशेष थी कि इनमें हर एक समारोह में अलग अलग धुन बजाई जाती थी , जो कि उत्तराखंड की सभ्यता और संस्कृति को  झलकती एक खूबसूरत सभ्यता थी जो धीरे-धीरे लुप्त होने की कगार पर आ गई है। उम्मीद करता हूं। मेरी इस पोस्ट के माध्यम से आपके क्षेत्र में अगर कहीं भी दमु ,नागर का उपयोग होता है त

Uttarakhand village life || MY VILLAGE GHETI ||uttarakhand village tour |pankajuttarakhand

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via https://youtu.be/efNnZhjsGwc

Civilization and Culture of Uttarakhand || उत्तराखंड के रीति रिवाज,

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उत्तराखंड 🇮🇳🇮🇳 की सभ्यता ,संस्कृति 🙏 से आपको जोड़ने की कोशिश 🙏🙏 उत्तराखंड की सभ्यता और संस्कृति से जोड़ी जानकारी कै लिए पेज को फोलो करें , जय देवभूमि जय उत्तराखंड जय हिन्द #उत्तराखंड का इतिहास ,  Devbhoomi Uttarakhand Culture of Uttarakhand and civilization of Uttarakhand.  The culture of Uttarakhand is in keeping with the climate and climate, or Uttarakhand is a hilly region and hence it is very cold here.  Therefore, all aspects of Uttarakhand's culture like living, costumes, folk art etc. revolve around the cold climate. 1 lifestyle,  2 festivals, 3 food,   4 costumes, farts. 5 folk arts,  folk dances,  6 languages ​​etc. civilization culture of Uttarakhand               Uttarakhand   lifestyle Living in Uttarakhand is a hill country.  It is very cold here.  This makes the houses of the people here firm.  The walls are of letters.  Stones are laid on top of old houses.  Democracy currently appears to be used.  Most households have the practice of ea

1000 साल पुराना मंदिर || बैजनाथ मंदिर बागेश्वर उत्तराखंड ||BEJNATH DHAM | HISTORY OF BEJNATH MANDIR

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via https://youtu.be/dfUwcbOOx6o

उत्तराखंड का लोक पर्व घी संक्राती || GHEE SANKRANTI || UTTARAKHAND CULTURE

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via https://youtu.be/UAw8jZ_EXug नमस्कार दोस्तों आज की वीडियो में हम जानेंगे। उत्तराखंड में मनाया जाने वाला प्रसिद्ध पर्व जोहर भादो माह के एक तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व उत्तराखंड में विशेष तौर से मनाया जाता है। इसे घी संक्रांति के नाम से हम उत्तराखंड में जानते हैं। साथ में पूरे भारतवर्ष में घी संक्रांति के नाम से जाना जाता है। इस दिन माना जाता है कि खाना अनिवार्य होता है। घी संक्रांति के दिन घी  नहीं खाता है वह  अगले जन्म में घेंघा (गनेल)  बन जाता है ऐसा कहा जाता है,और इसी दिन से फसलों में बाली आना भी सुरू हो जाता है, यह त्यौहार मुख्यतः पशुओं और प्रकृति को समर्पित है जो कि उत्तराखंड में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है तो उसकी कुछ जानकारी आज की वीडियो मैंने आपको दी उम्मीद करता हूं। आपको वीडियो जरूर पसंद आएगी , जय देव भूमि जय उत्तराखंड जय हिन्द #pankaj_uttarakhand

स्वतंत्रता दिवस २०२० || देवभूमि उत्तराखंड के साथ || Happy Independence Day 2020

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via https://youtu.be/riZS9kzdKSs

kirshn bhajan || hath me muruli kamar mai cha rumal || krishna songs || Krishn KUMAUNI bhajan

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via https://youtu.be/baPrvVZJtXU

कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव 2020 || जानिये कृष्ण जन्माष्टमी का महत्व || janmashtami 2020 ||

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via https://youtu.be/U9f7kPmsTzA

RAM MANDIR in AYODHYA || PM MODI performed BHOOME PUJAN || pm मोदी भूमि पूजन अयोध्या राम मंदिर ||

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via https://youtu.be/fynFJ-7Ru-4

RAKSHABANDAN 2020 || रक्षाबंधन का महत्व || BHABI- BEHAN AUR RAKSHA BANDAN || happy RAKSHA bandan ||

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via https://youtu.be/PkXJrfhqotE

बागनाथ मंदिर बागेश्वर || उत्तराखंड || BAGNATH MANDIR BAGESHWAR || बागनाथ ||STORY OF BAGNATH MANDIR |

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via https://youtu.be/spAMgT0hpeU

ऐतिहासिक शीतला माता मन्दिर ,हल्द्वानी नैनीताल || शीतला देवी || SHEETALA DEVI TEMPLE HALDWANI NANITAL

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via https://youtu.be/ihRBNu1nJEo

उत्तराखंड का प्रसिद्ध त्यौहार हरेला || harela festival uttarakhand in Hindi || हरेले का त्यौहार ||

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via https://youtu.be/EuMXZJqB6Sg उत्तराखंड का लोकार्पव हरेला हरेला शब्द का तात्पर्य हरियाली से यह पर्व वर्ष में तीन बार आता है। पहला चैत मास, दूसरा स्वर्ण भाग तीसरा व आखिरी पर्व हरेला आश्विन मास में मनाया जाता क्या है?? हरेली का मतलब? हरेला शब्द की उत्पत्ति, हरियाली जीवन और खुशियों का प्रतीत होती है।  उत्तराखंड के लोग के लिए हरेला बहुत ही खास त्यौहार होता है हरेला का त्योहार से 9 दिन पहले लोग अपने घर के मंदिर में या फिर गांव के मंदिर में सात प्रकार के अनाज बोया जाता है,  इससे लिए एक विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है। पहले टोकरी में एक परात मिट्टी की बिछाई जाती है। फिर इसमें बीज डाले जाते हैं। इसके बाद फिर मिट्टी डाली जाती है। फिर से बीज डाले जाते हैं। 9 दिन तक उसमें जल डालते  हैं। बीज अंकुरित हो जाने अब बढ़ने लगते हैं। हर दिन हरेले में पानी डाला जाता है  9 इसकी गोडांइ व 10 वें दीन घर के बड़े बुजुर्ग या पंडित करते हैं। पूजा, नवेद ,आरती, आदि का विधान भी होता है,कई तरह के पकवान बनते हैं। उत्तराखंड में हरेला उत्तराखंड में मनाया जाने वाला लोक पर्व त्योहार हरेला हर साल

कोट भ्रामरी मंदिर || HISTORY of KOT BHRAMARI TEMPLE || KOT MANDIR DANGOLI BAGESHWAR ||मां नन्दा देवी

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via https://youtu.be/QsfGA35G4Kk र्कोर्ट की माई उत्तराखंड के कुमाऊं मंडल के बागेश्वर जनपद के प्रसिद्ध बैजनाथ मंदिर समूह के लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर एक ऊंची पहाड़ी पर अवस्थित कोर्ट की मां ब्राह्मणी देवी का नाम से जाना जाने वाला यह मंदिर  इस लिए महत्वपूर्ण है कि यहां पर कवियों के कुलदेवी ब्राह्मणी और चंदू की कुलदेवी नंदा की सामूहिक अर्चना की जाती है। ब्राह्मणी देवी का विवरण दुर्गा सप्तशती के ग्यारहवें अध्याय में प्राप्त होता है। नंदा के संबंध में यह जनहित प्रचलित है कि जब तक।शासक नंदा की शीला को गढ़वा से अल्मोड़ा के लिए ले जा रहे थे तो रात्रि विश्राम हेतु इसके निकट स्थान झाली माझी गांव में रुके थे। अपने अगले दिन प्रातः काल किसे ले जाने के लिए सब सेवकों ने इसे उठाना चाहा तो शीला को उठाना तो क्या वह उनसे 1 इंच भी नहीं मिल सकी। वह सब हताश होकर बैठ गए। जब ब्राह्मणों ने राजा को सलाह दी तो देवी का मन यहां रम गया। वहां यही रहना चाहती है तथा इसकी यहीं पर स्थापना कर दे। सदा अनुसार झाली माझी। गांव में ही एक देवालय का निर्माण करवाया कर वहीं पर।         स्थापना कर देता था। अनुसार झाली माझी