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पहाड़ जैसे दिल के होते हैं पहाड़ी || Kedarnath Rescue Opretion 2024

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उत्तराखंड 🇮🇳🇮🇳 की सभ्यता ,संस्कृति 🙏 से आपको जोड़ने की कोशिश 🙏🙏 उत्तराखंड की सभ्यता और संस्कृति से जोड़ी जानकारी कै लिए पेज को फोलो करें , जय देवभूमि जय उत्तराखंड जय हिन्द #उत्तराखंड का इतिहास , उत्तराखंड  पहाड़ जैसे दिल के होते हैं पहाड़ी!  आपदा मे लोगों की मदत के लिए खड़े होते है पहाड़ी  जो लोग कहते थे की 20 की बिसलेरी 100 मे बेचते हैं!  जनाब लेकिन जब आपदा आती हैं  तब वही लोग आपदा को अवसर नही बल्कि मदत के लिए हाथ आगे बढ़ाते हैं!  यह तस्वीर पेदल मार्गो से रेस्क्यू किये गए लोगों को ग्रामीण लोगों ने खाना खिलाया!  सोनप्रयाग मे व्यापार मण्डल के लोगों ने भोजन की व्यवस्था की!  यह है पहाड़ और पहाड़ियों की पहचान  केदारनाथ यात्रा मार्ग पर बचाव अभियान पांचवें दिन भी जारी रहा, जिसमें 130 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। मौसम की स्थिति में सुधार के कारण लोगों को निकालने की प्रक्रिया में आसानी हुई, जिसमें कई बचाव दल और हेलीकॉप्टर शामिल थे।............ सीएम धामी ने जानकारी दी है कि केदारनाथ धाम व पैदल मार्ग पर फंसे यात्रियों को रेस्क्यू अभियान पूरा हो चुका है। 12 हजार लो

केदारनाथ 2023 में कब खुलेगा || when char dham yatra will start || kedarnath doli yatra 2023

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via https://youtu.be/r6Y8HC7FwQE Devbhoomiindia.co.in  केदारनाथ मंदिर एक हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह केदारनाथ, उत्तराखंड, भारत में मंदाकिनी नदी के पास गढ़वाल हिमालय श्रृंखला में स्थित है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 8वीं शताब्दी के दौरान हिंदू दार्शनिक और धर्मशास्त्री आदि शंकराचार्य ने किया था। यह मंदिर भारत के चार प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है जो छोटा चार धाम यात्रा का निर्माण करता है। मंदिर 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और सर्दियों के महीनों के दौरान चरम मौसम की स्थिति के कारण केवल अप्रैल से नवंबर तक खुला रहता है। मंदिर बर्फ से ढकी चोटियों से घिरा हुआ है और हिमालय श्रृंखला के शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। मंदिर तक पहुँचने के लिए आगंतुकों को गौरीकुंड से लगभग 14 किमी की चढ़ाई करनी पड़ती है। मंदिर सुबह 4 बजे मंगला आरती के साथ खुलता है और शाम की आरती के बाद लगभग 9 बजे बंद हो जाता है। मंदिर को हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक कहा जाता है और यहां की यात्रा को अत्यधिक पवित्र और आध्यात्मिक अनुभव माना जाता है।

kedarnath temple history in hindi || kedarnath Uttarakhand||केदारनाथ धाम उत्तराखंड |siv temple india

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हम जानेंगे केदारनाथ मन्दिर भारत के उत्तराखंड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में स्थित है।   उत्तराखण्ड में हिमालय पर्वत की गोद में केदारनाथ मन्दिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक है | यह उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मंदिर है, जो कटवां पत्थरों के विशाल शिलाखंडों को जोड़कर बनाया गया है।  ये शिलाखंड भूरे रंग की हैं। मंदिर लगभग 6 फुट ऊंचे चबूतरे पर बना है। इसका गर्भगृह प्राचीन है जिसे 80वीं शताब्दी के लगभग का माना जाता है । केदारनाथ धाम और मंदिर तीन तरफ पहाड़ों से घिरा है। एक तरफ है करीब 22 हजार फुट ऊंचा केदारनाथ, दूसरी तरफ है 21 हजार 600 फुट ऊंचा खर्चकुंड और तीसरी तरफ है 22 हजार 700 फुट ऊंचा भरतकुंड। केदारनाथ मंदिर न सिर्फ तीन पहाड़ बल्कि पांच नदियों का संगम भी है यहां- मं‍दाकिनी, मधुगंगा, क्षीरगंगा, सरस्वती और स्वर्णगौरी । via https://youtu.be/ie5vpJPjsBM JYOTIRLINGA TEMPLE INDIA