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नंदा देवी राज जात यात्रा क्यों होती है? || Nanda Raj-Jat Yatra story ||

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उत्तराखंड 🇮🇳🇮🇳 की सभ्यता ,संस्कृति 🙏 से आपको जोड़ने की कोशिश 🙏🙏 उत्तराखंड की सभ्यता और संस्कृति से जोड़ी जानकारी कै लिए पेज को फोलो करें , जय देवभूमि जय उत्तराखंड जय हिन्द नंदा देवी राज जात यात्रा क्यों होती है? Nanda devi Uttarakhand    नंदा देवी राज जात यात्रा उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं क्षेत्रों में होने वाली एक प्रमुख धार्मिक यात्रा है। यह यात्रा हर 12 साल में एक बार आयोजित होती है और इसे उत्तराखंड की "कुंभ यात्रा" के नाम से भी जाना जाता है। यह यात्रा देवी नंदा के सम्मान में की जाती है, जिन्हें उत्तराखंड की कुलदेवी माना जाता है। इस यात्रा का धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व बहुत गहरा है। नंदा देवी का महत्व: Devbhoomi India 🇮🇳  हिंदू धर्म में नंदा देवी को शिव की पत्नी और पार्वती के रूप में पूजा जाता है। कहा जाता है कि नंदा देवी पर्वत उनके निवास स्थान के रूप में जाना जाता है। उत्तराखंड के लोग नंदा देवी को अपनी बेटी मानते हैं और इस यात्रा के माध्यम से वे उसे विदा करने की प्रक्रिया करते हैं, जो उनकी धार्मिक परंपराओं का हिस्सा है। यात्रा की परंपरा और महत्व: