via https://youtu.be/EuMXZJqB6Sg उत्तराखंड का लोकार्पव हरेला हरेला शब्द का तात्पर्य हरियाली से यह पर्व वर्ष में तीन बार आता है। पहला चैत मास, दूसरा स्वर्ण भाग तीसरा व आखिरी पर्व हरेला आश्विन मास में मनाया जाता क्या है?? हरेली का मतलब? हरेला शब्द की उत्पत्ति, हरियाली जीवन और खुशियों का प्रतीत होती है। उत्तराखंड के लोग के लिए हरेला बहुत ही खास त्यौहार होता है हरेला का त्योहार से 9 दिन पहले लोग अपने घर के मंदिर में या फिर गांव के मंदिर में सात प्रकार के अनाज बोया जाता है, इससे लिए एक विशेष प्रक्रिया अपनाई जाती है। पहले टोकरी में एक परात मिट्टी की बिछाई जाती है। फिर इसमें बीज डाले जाते हैं। इसके बाद फिर मिट्टी डाली जाती है। फिर से बीज डाले जाते हैं। 9 दिन तक उसमें जल डालते हैं। बीज अंकुरित हो जाने अब बढ़ने लगते हैं। हर दिन हरेले में पानी डाला जाता है 9 इसकी गोडांइ व 10 वें दीन घर के बड़े बुजुर्ग या पंडित करते हैं। पूजा, नवेद ,आरती, आदि का विधान भी होता है,कई तरह के पकवान बनते हैं। उत्तराखंड में हरेला उत्तराखंड में मनाया जाने वाला लोक पर्व त...