परमवीर चक्र || हवलदार अब्दुल हमीद- 1965 ||
भारत के वीर |
लोगों के लिए होंगे valentine'sday,
हमारे लिए हमारे वीर जवान है,
देवभूमि इन 7 दिनों में परमवीर चक्र विजेताओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दे रहा है,
जो आप सभी को पता होनी चाहिए
अब्दुल हमीद- 1965 हवलदार
1 जुलाई 1933 में उत्तरप्रदेश के गाजीपुर स्थित धरमपुर गांव में जन्मे वीर अब्दुल हमीद कुश्ती के दांव-पेंच, लाठी चलाना और गुलेल से निशानेबाजी में माहिर थे। उन्होंने 1954 में 21 वर्ष की आयु में वे सेना में भर्ती हुए और 27 दिसंबर 1954 को ग्रेनेडियर्स इंफ्रैंट्री रेजीमेंट में शमिल हो गए। जम्मू-कश्मीर में तैनात अब्दुल हमीद द्वारा एक पाकिस्तानी आतंकवादी डाकू इनायत अली को पकड़वाने पर प्रोत्साहनस्वरूप पदोन्नति मिली और वे लांसनायक बना दिए गए
Devbhoomi india |
10 सितंबर 1965 में जब पाकिस्तान द्वारा भारत पर आक्रमण किया गया, तब अमृतसर को घेरने की तैयारी में आगे बढ़ती पाकिस्तानी सेना को मजा चखाते हुए अब्दूल हमीद ने जान की परवाह न करते हुए अपनी तोपयुक्त जीप से दुश्मन के 3 टैंक ध्वस्त कर दिए। इस बात से तिलमिलाए पाक अधिकारियों ने उन्हें घेरकर हमला कर दिया और दुश्मन की गोलीबारी में वे शहीद हो गए। भारत-पाकिस्तान युद्ध में अपने असाधारण योगदान के लिए उन्हें महावीर चक्र और परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। भारतीय डाक विभाग द्वारा उन पर एक डाक टिकट भी जारी किया था,
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