via https://youtu.be/FNYiOvseuBU Devbhoomi india मूर्तिकला उत्तराखंड की संस्कृति और इतिहास उत्तराखण्ड के मंदिरों में अनेक देवी देवताओं की मूर्तियाँ प्राप्त हुई हैं जिनसे अनुमान लगाया जा सकता है कि उत्तराखण्ड में मूर्ति कला किसी समय अपने उत्कर्ष पर रही होगी । अधिकांश प्राप्त मूर्तियाँ शिव , विष्णु , हर गौरी , पार्वती , गणेश , नंदा , कार्तिकेय , काली , दुर्गा , गरुड़ आदि की हैं । मूर्तियाँ अधिकांशतया जागेश्वर , उखीमठ , कालीमठ , बद्रीनाथ , गोपेश्वर , जोशीमठ , अल्मोड़ा , द्वाराहाट आदि स्थलों पर दृष्टिगत होती हैं । बहुत सी मूर्तियाँ 8 वीं से 12 वीं सदी के मध्य निर्मित की गयी हैं । मूर्तियाँ में प्राप्त हुई हैं । टूटी - फूटी अवस्था आक्रमणकारियों ने ध्वस्त कर दिया इन्हें 19 वीं सदी में रोहिला था । चित्रकला उत्तराखंड की कला और संस्कृति चित्रकला रूप से प्रोत्साहन गढ़वाल के पंवार वंशी राजाओं ने चित्रकला को विशेष दिया । सुलेमान शिकोह के साथ श्यामदास और केहरदास नाम के चित्रकार श्रीनगर में आये थे । उन्होंने श्रीनगर में चित्रकला का प्रचार किया । उनके बाद मंगतराम और मौलाराम ने का निर्माण क