क्या है हिसालु? || उत्तराखंड का अनमोल जंगली फल हिसालु || हिसालु के औषधीय गुण क्या है

यहाँ उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकोंहिसालु में पाए जाने वाले स्वादिष्ट और पौष्टिक फल हिसालु पर एक पोस्ट है:


हिसालु


हिसालु: उत्तराखंड का अनमोल जंगली फल

उत्तराखंड की वादियों में कई दुर्लभ और औषधीय गुणों से भरपूर फल पाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है हिसालु, जो अपनी मिठास और पोषण के कारण पहाड़ों के लोगों का पसंदीदा फल है।



क्या है हिसालु?

हिसालु (वैज्ञानिक नाम: Rubus ellipticus) एक जंगली फल है, जो झाड़ियों में उगता है। यह दिखने में रसभरी (Mulberry) जैसा होता है और पीले व लाल रंग में पाया जाता है।

स्वाद और पोषण

हिसालु स्वाद में खट्टा-मीठा होता है और गर्मियों में इसे बड़े चाव से खाया जाता है। यह विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर से भरपूर होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।


औषधीय गुण

  • पेट की समस्याओं में लाभकारी

  • त्वचा के लिए फायदेमंद

  • ऊर्जा बढ़ाने में सहायक

  • घाव भरने में मददगार

उपयोग और संरक्षण

गांवों में हिसालु से जैम, स्क्वैश और चटनी बनाई जाती है। दुर्भाग्यवश, यह फल अब कम मात्रा में मिलने लगा है, इसलिए इसे संरक्षित करना जरूरी है।

निष्कर्ष

हिसालु सिर्फ एक स्वादिष्ट फल ही नहीं, बल्कि उत्तराखंड की जैव विविधता का अहम हिस्सा है। यदि कभी पहाड़ों की यात्रा करें, तो इस अनोखे फल का स्वाद जरूर लें!


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