2025 में राम नवमी कब है || राम नवमी का महत्व क्या है

राम नवमी हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जो भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम, जिन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में जाना जाता है, धर्म, सत्य और न्याय के प्रतीक हैं। यह पर्व चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च या अप्रैल महीने में पड़ती है। 
जय श्रीराम 

2025 में राम नवमी की तिथि:

वर्ष 2025 में राम नवमी का पर्व रविवार, 6 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन राम नवमी का मध्यान्ह मुहूर्त प्रातः 11:08 बजे से दोपहर 1:39 बजे तक रहेगा, जिसकी अवधि 2 घंटे 31 मिनट की होगी। 

राम नवमी का महत्व:

राम नवमी का पर्व हमें धर्म, सत्य और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। भगवान राम के जीवन से हमें कर्तव्यपरायणता, आदर्श नेतृत्व और नैतिक मूल्यों का पालन करने की सीख मिलती है। इस दिन भक्तजन उपवास रखते हैं, मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं, रामायण का पाठ करते हैं, और भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों का स्मरण करते हैं। 

राम नवमी की पूजा विधि:

  1. स्नान और संकल्प: प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें और व्रत का संकल्प लें।

  2. मंदिर में पूजा: घर के मंदिर में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की मूर्तियों या चित्रों की स्थापना करें।

  3. आरती और भजन: भगवान राम की आरती करें और उनके भजन-कीर्तन गाएं।

  4. रामायण पाठ: रामायण या रामचरितमानस का पाठ करें और भगवान राम के जीवन से जुड़े प्रसंगों का स्मरण करें।

  5. प्रसाद वितरण: पूजा के उपरांत प्रसाद वितरण करें और परिवारजनों के साथ मिलकर भगवान राम के आदर्शों पर चर्चा करें।

राम नवमी का पर्व हमें अपने जीवन में सत्य, धर्म और नैतिक मूल्यों का पालन करने की प्रेरणा देता है। भगवान राम के आदर्शों को अपनाकर हम अपने जीवन को सफल और सार्थक बना सकते हैं।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

निरंकार देवता उत्तराखंड || Nirankar Devta Story In Hindi || nirankar devta jager

बागनाथ मंदिर (बागेश्वर) || bageshwar uttarakhand india || About bageshwar