हनुमान जयन्ती || हनुमान जी का जन्म कब हुआ था? || hanuman jayanti
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हनुमान जयन्ती
Hanuman dham Ramnagar |
पंचांग के अनुसार चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन राम भक्त हनुमानजी का जन्म हुआ था. इसलिए इस दिन को भगवान हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में हर साल मनाया जाता है.
दरअसल जयंती और जन्मोत्सव का अर्थ भले ही जन्मदिन से होता है। लेकिन जयंती का प्रयोग ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है, जो संसार में जीवित नहीं है और किसी विशेष तिथि में उसका जन्मदिन है।
हनुमान जयंती वर्ष में दो बार क्यो मनाई जाती है
जय बजरंग बली |
हनुमान जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है। पहली हिन्दू कैलेंडर के अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा को अर्थात ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक मार्च या अप्रैल के बीच और दूसरी कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी अर्थात नरक चतुर्दशी को अर्थात सितंबर-अक्टूबर के बीच
हनुमान जी का जन्म कब हुआ था?
बाल्मिकी रामायण में इस बात का उल्लेख मिलता है कि मंगलवार के दिन स्वाती नक्षत्र में कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी के दिन हनुमानजी का प्राकट्य हुआ था। जबकि एक अन्य मान्यता के अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि को बजरंगबली का जन्म हुआ था
हनुमान का इतिहास क्या है?
वह भगवान शिवजी के सभी अवतारों में सबसे बलवान और बुद्धिमान माने जाते हैं। रामायण के अनुसार वे श्रीराम के अत्यधिक प्रिय हैं। इस धरा पर जिन सात मनीषियों को अमरत्व का वरदान प्राप्त है, उनमें बजरंगबली भी हैं। हनुमान जी का अवतार भगवान राम की सहायता के लिये हुआ।
हनुमान जी के गुरु का नाम क्या था ?
हनुमान मंदिर रामनगर |
हनुमान जी ने सूर्यदेव को अपना गुरु बनाया था। जब हनुमान जी थोड़े बड़े हुए और शिक्षा ग्रहण करने के योग्य हुए तो उनके माता-पिता ने उन्हें सूर्यदेव के पास शिक्षा ग्रहण करने के लिए भेजा। हनुमानजी ने सूर्यदेव से गुरु बनने की प्रार्थना की, लेकिन सूर्य ने कहा, 'मैं तो एक पल के लिए रुकता नहीं हूं, न ही मैं रथ से उतरता हूं।
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