महान हिमालय राज्य का एक बड़ा हिस्सा ऊंची बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाओं से बना है। इनमें सबसे ऊंची पर्वत श्रृंखला नंदा देवी (7816 मीटर चमोली) है। इसके अलावा कामेट (7,756 मीटर), चौखम्बा (7,138 मीटर), त्रिशूल (7,120 मीटर (6,861 मीटर) भागीरथी (6,856 मीटर) बंदरपूंछ (6,315 मीटर), (6.672 मीटर) उत्तरकाशी में तथा पिथौरागढ़ जिले में पंचाचूली (6,904 मीटर) जिले में पर्वत चोटियां हैं। इस प्रकार राज्य में स्थित महान हिमालय की औसत ऊंचाई 6000 मीटर है। इस भाग में ग्लेशियर हैं। जिनसे अनेक नदियां निकलती हैं, इन सदानीरा धाराओं ने न केवल उत्तरांचल की भूमि को समृद्ध किया है बल्कि सदियों से आज तक भारत की प्यास बुझाई है, और भविष्य में भी बुझाती रहेंगी। इस क्षेत्र के ग्लेशियर हैं पिथौरागढ़ जिले में मिलम, नामिक, पोटिंग, बागेश्वर जिले में पिंडारी, सुंदरद्वार कफनी, मैकतोली आदि तथा उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री। जिले में खतलिंग, रुद्रप्रयाग में चोरबारी बामक, चमोली में दूनागिरी, शतपथ। इस क्षेत्र में कई दर्रे हैं, जिन्होंने प्राचीन काल में भारत-तिब्बत व्यापार में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इनमें लिपुलेख, उंटाघुरा, ...